Baglamukhi Pooja
बंगला मुखी पूजा एक विशेष देवी पूजा है जो शक्ति की उपासना से जुड़ी होती है। यह पूजा विशेष रूप से बंगाल क्षेत्र में प्रचलित है और देवी दुर्गा या उनके स्वरूपों की आराधना के लिए की जाती है। “मुखी” का अर्थ होता है मुख वाला रूप, और यह पूजा देवी के सौम्य लेकिन शक्तिशाली स्वरूप को समर्पित होती है।
बंगला मुखी पूजा का संक्षिप्त विवरण :
पूजा का नाम: बंगला मुखी पूजा
पूजा का उद्देश्य: देवी शक्ति की कृपा प्राप्त करने के लिए
कब की जाती है: नवरात्रि, अमावस्या, विशेष कामनाओं की पूर्ति के समय
कहाँ प्रचलित है: मुख्यतः पश्चिम बंगाल व पूर्वी भारत
किसे करनी चाहिए: जो लोग जीवन में शांति, सुरक्षा, स्वास्थ्य व ऐश्वर्य की कामना करते हैं।
बंगला मुखी पूजा के लाभ:
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नकारात्मक शक्तियों और बुरी नजर से रक्षा करती है।
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घर में सुख, शांति और समृद्धि लाती है।
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शत्रु बाधा और कोर्ट-कचहरी से मुक्ति दिलाती है।
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रोग और मानसिक अशांति को दूर करने में सहायक।
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स्त्रियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी मानी जाती है।
इस पूजा के लिए श्रेष्ठ समय:
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नवरात्रि के नौ दिन
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कालरात्रि (अष्टमी या नवमी)
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शक्ति उपासना के लिए उपयुक्त तिथि जैसे अमावस्या या शुक्रवार
जिन्हें कौन-कौन सी समस्याएं हों, वे ज़रूर कराएं:
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ग्रह बाधा, विशेष रूप से राहु-केतु दोष
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क्लेश, भय या मानसिक अशांति
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शत्रु भय या कानूनी मामलों में उलझन
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व्यापार में नुकसान या रुकावट
यह पावन पूजा Astrosaath के अनुभवी पंडितों द्वारा विधिपूर्वक कराई जाती है। हम आपके लिए पूरी पूजा ऑनलाइन या प्रत्यक्ष रूप से उपलब्ध कराते हैं।